मुंबई, 17 जनवरी, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। बीजेपी ने दिल्ली चुनाव के लिए पार्टी का संकल्प पत्र जारी किया। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने संकल्प पत्र को 'विकसित दिल्ली की नींव' बताया। उन्होंने दिल्ली में महिलाओं को हर महीने 2500 रुपए, गरीब महिलाओं को सिलेंडर पर 500 रुपए की सब्सिडी देने का वादा किया। होली-दीवाली पर एक-एक मुफ्त सिलेंडर देने का भी ऐलान किया। उन्होंने कहा कि मातृ सुरक्षा वंदना योजना के तहत गर्भवती महिलाओं को 21,000 रुपए दिए जाएंगे और 6 पोषण किट भी दी जाएंगी। दिल्ली में बिजली, बस और पानी को लेकर मौजूदा सरकार की जो योजनाएं चल रही हैं, वह जारी रहेंगी। नड्डा ने बताया कि 60-70 साल के बुजुर्गों के मिलने वाली पेंशन ₹2000 से बढ़ाकर ₹2500 की जाएगी। विधवा, दिव्यांगों और 70 साल से ऊपर के बुजुर्गों को ₹3000 रुपए पेंशन मिलेगी। दिल्ली की झुग्गी-झोपड़ियों में अटल कैंटीन योजना के तहत गरीबों को 5 रुपए में पौष्टिक भोजन की व्यवस्था की जाएगी। उधर, अरविंद केजरीवाल ने भाजपा के संकल्प पत्र को झूठ का पुलिंदा बताया। कहा- इसमें कानून-व्यवस्था सुधारने पर एक लाइन नहीं थी।
राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा, AAP सरकार ने दिल्ली के बुजुर्गों के साथ धोखा किया। कोरोना काल में जब दिल्ली में 80 हजार बुजुर्गों का निधन हो गया, तो आपदा सरकार वालों ने पेंशन की लिस्ट में उनकी जगह नए नाम नहीं जोड़े। आपदा सरकार गरीबों को परेशान करती है। AAP का मोहल्ला क्लीनिक भ्रष्टाचार का अड्डा है। लोगों को गुमराह करने का कार्यक्रम है। मोहल्ला क्लीनिक में फर्जी लैब टेस्ट किए गए, 300 करोड़ रुपए का घोटाला हुआ। भाजपा सरकार आने पर इसकी जांच होगी। कोरोना के दौरान पूर्वांचल वालों को भी आप-दा सरकार वालों ने परेशान किया। उनके साथ अमानवीय व्यवहार किया। आपदा (कोरोना) के दौरान उन्हें आनंद विहार स्टेशन भेजकर उन्हें परेशान किया। आज आपदा वाले उनके हिमायती बन रहे हैं। कोरोना काल के दौरान अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के लोगों को गुमराह किया। उनसे ऑक्सीजन को लेकर झूठ बोला। दिल्ली सरकार की चलाईं योजनाओं की जांच कराई जाएगी। भ्रष्टाचारियों को सजा मिलेगी। भाजपा का ट्रैक रिकॉर्ड है कि जो कहा था, वो किया है और जो नहीं कहा था वो भी करके दिया है। इसलिए एक वाक्य भारत और दिल्ली की जनता के मन में समा गया है कि 'मोदी की गारंटी यानी गारंटी पूरा होने की भी गारंटी है'। भाजपा ने गरीब कल्याण, सुशासन, गुड गवर्नेंस, महिला सम्मान, विकास, युवाओं और किसानों का सशक्तिकरण और मजदूर वर्ग को मुख्य धारा में लाने को अपना उद्देश्य बनाया और आज मुझे खुशी है कि नीति आयोग के अनुसार 25 करोड़ लोग गरीबी रेखा से बाहर निकल आए हैं।